👉🌅* अंधेरा वहाँ नहीं है, जहाँ तन की गरीबी है।
अंधेरा वहाँ है, जहां मन की गरीबी है।।*
*ना बुरा होगा, ना बढ़िया होगा।
होगा वैसा, जैसा आपका आचरण और नजरिया होगा।।*
* हजार महफिलें लगी हों, लाख मेले लगे हों।
पर जब तक खुद को नहीं ढूँढोगे, अकेले हो।।**
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💁♂हार में,क्या जीत में, किचंत नहीं भयभीत में,
काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूँ।
गीत नया गाता हूँ, गीत नया गाता हूँ।।🎷
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👉✊खुद को बुलंद कर इतना कि भगवान आके तुजसे पूछे, कि तेरी इच्छा क्या है।।✊
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